इस साल कैस्टर की खेती में भारी कमी आई है और ऐसे आशंका है की इसकी पैदावार करीब 30 फीसदी गिरावट आएगी, वही मंडियों में इसकी आवक में भारी गिरावट आई है. और चीन से भी कैस्टर ऑयल की जोरदार मांग बनी हुई है। इन सब कारणों से कैस्टर की कीमतों में चौतरफा सपोर्ट मिला है इसका भाव पिछले 4 साल के ऊपरी स्तर पर चला गया है।इसका दाम 5400 रुपये के पार चला गया है। जून के बाद से इसमें एकतरफा तेजी जारी है और पिछले 4 महीने में ये करीब 40 फीसदी उछल गया है। आज भी इसमें करीब 3 फीसदी ऊपर कारोबार हो रहा है।
सोयाबीन में भारी गिरावट आई है और वायदा बाजार में इसका दाम इस साल के निचले स्तर पर फिसल गया है, कारोबार के शुरुआत में ये 3150 रुपये तक टूट गया था। हालांकि निचले स्तर से हल्की रिकवरी आई है। चने में भी गिरावट बढ़ गई है और इसका दाम पिछले 3 हफ्ते के निचले स्तर पर आ गया है। मंडियों में सप्लाई बढ़ने से कीमतों पर दबाव है।
आज घरेलू बाजार में कच्चा तेल कमजोर है, सोने और चांदी में भी कमजोर कारोबार हो रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया इस महीने की ऊंचाई पर है। डॉलर की कीमत 73.40 रुपये के पास है।
सोयाबीन में भारी गिरावट आई है और वायदा बाजार में इसका दाम इस साल के निचले स्तर पर फिसल गया है, कारोबार के शुरुआत में ये 3150 रुपये तक टूट गया था। हालांकि निचले स्तर से हल्की रिकवरी आई है। चने में भी गिरावट बढ़ गई है और इसका दाम पिछले 3 हफ्ते के निचले स्तर पर आ गया है। मंडियों में सप्लाई बढ़ने से कीमतों पर दबाव है।
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